दुनिया बदल गई
एक दिन ठहरा मेहमान बुरा लगता हे
शराब की बोतलों से सजा घर अच्छा लगता हे
गंगाजल की दो बून्द का होना ना मुमकिन लगता हे
विदेशी कुत्ते पालना अमीरों का शोक बन गया हे
जिसके मल मूत्र से ओषधियाँ बनती हे
उस गो माता को रोटी का टुकड़ा देना अभिशाप लगता हे
दुआ सलाम , भाई राम राम बोले वो इंसान गंवार लगता हे
हाय, हेलो ,गुड मॉर्निंग सर बोले वो बन्दा समझदार लगता हे
कौन ख्याल रखता हे भाई- बहन ,, साधु- संतो का
आजकल तो बूढ़े माँ बाप का फरमान भी बुरा लगता हे
आर. बी. आँजणा
09413885566
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