Tuesday, December 27, 2011

होशियार मेरे पडोसी

वाह रे मेरे नापाक पडोसी ..
क्या तेरी हरकते हे 
सब को  कमजोर ...
मगर 
खुद को तू सशक्त  बताता हे 
कभी तू  पि ओ के में आता हे 
तो,,,
कभी तिब्बत को अपना बताता हे 
पर,,,,
हिंदुस्तान को तू कमजोर मत समझ,,
तुजसे  निपटना हमें आता हे ....
इलेक्ट्रिक के खिलोने बनाके...
दुनिया का तू मन मोहता ...
मगर ,,,ए ...पडोसी ये मत भूल ...
कि.....
हम साथ ना देते तो .....
तेरा कोन होता .......
तुने कई बार गलत हरकते की...
अच्छे   संबंधो को उधेडा हे ...
हर  बार तुने सिक्किम एवं तिब्बत को 
अपना बताया   हे ...........
अपने नक़्शे बदलने की नापाक ...
कोशिस तुने की हे,,,,,,,,,
मगर ये मत भूल.....
की ............
हर बार तुजे हमने खदेड़ा हे ....
जय हिन्द.......जय भारत 
                रमेश भाई  आंजना 

No comments:

Post a Comment

welcome to my world . thanks to read , like , comments and your valuable support . please comments if you have any suggestion. kindly give your feedback and comment your ideas about you wants to know .
thanks.

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का सटीक रामबाण

  जो सोचा नही था , वो समय आज गया । ऐसा समय आया कि लोगो को सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि उस समय क्या किया जाए । आज की लोगो की जीवनशैली की वजह से...