चलते रहो दोस्तों
सफ़र अभी सुरु हुआ हे
काफिला बन जाओ
अगर कोई रोके तुम्हारा रास्ता
मसअला बन कर खड़े हो जाओ
अगर कोई तुम्हे गिरा दे
हादसों से मत घबराओ
नहीं तो,,,,
वो तुम्हे अपना बना लेंगे
ठोकरे तो जिंदगी का हिस्सा हे
जो इंसान को चलना सिखाती हे
पत्थरो के शहर में रहते हो
कब तक आईने संभालोगे
हजारो गलिया आती हे
बीच राह.............
सच कहता हु ....
सच से टकराना सिख लो...
ये दुनिया बड़ी अजब हे...
याद रखना,,,,,,,
कभी मुंसिफ .बने...
सच नहीं कह पाओगे..
बहुत बांटते हो अपनापन
मगर.........
तन्हाई में अकेले पड़ जाओगे...
मोको की तलाश करो ...
हर कदम पे नई सिख लो,,,,,
सितारों से भी आगे बढ़ो...
क्योकि ....
उनसे भी आगे
जहाँ और भी हे
जमीं और आसमां और भी हे
अपनी मंजिल खुद तलाशो
काफिले की भीड़ का सहारा मत लो
नहीं तो....
इस भीड़ में खो जाओगे
इस भीड़ में खो जाओगे
सफ़र अभी सुरु हुआ हे
काफिला बन जाओ
अगर कोई रोके तुम्हारा रास्ता
मसअला बन कर खड़े हो जाओ
अगर कोई तुम्हे गिरा दे
हादसों से मत घबराओ
नहीं तो,,,,
वो तुम्हे अपना बना लेंगे
ठोकरे तो जिंदगी का हिस्सा हे
जो इंसान को चलना सिखाती हे
पत्थरो के शहर में रहते हो
कब तक आईने संभालोगे
हजारो गलिया आती हे
बीच राह.............
सच कहता हु ....
सच से टकराना सिख लो...
ये दुनिया बड़ी अजब हे...
याद रखना,,,,,,,
कभी मुंसिफ .बने...
सच नहीं कह पाओगे..
बहुत बांटते हो अपनापन
मगर.........
तन्हाई में अकेले पड़ जाओगे...
मोको की तलाश करो ...
हर कदम पे नई सिख लो,,,,,
सितारों से भी आगे बढ़ो...
क्योकि ....
उनसे भी आगे
जहाँ और भी हे
जमीं और आसमां और भी हे
अपनी मंजिल खुद तलाशो
काफिले की भीड़ का सहारा मत लो
नहीं तो....
इस भीड़ में खो जाओगे
इस भीड़ में खो जाओगे
vvonderful lines ramesh saab.. aapne likhi he kya??
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