Friday, July 5, 2013

बदल गया ये मंजर ....

बदल गया ये मंजर ....
खिल रहा था वो ,,महकते गुलजार की तरह 
दिख रहा हे अब ,,सुने शमसान की तरह 
गूंजती थी यहाँ ,,धुनें 
इश्वर की आरतियो एवं आराधनाओ की //
बदल गई ये धुनें,,,
 लाशो की किलकारियों मे ...
क्या खेल रच मेरे रब ने ......
बिखरे हे आज यहाँ बंजर लाशो के ....
भगवन की मूर्तियों की जगह ,,,,,
बदल गया वो सिंदूर ,,,,,इंसान के खून में ....
बदल गया वो नीर गंगा का ...
इंसान के रक्त में ,,,,,,,,
आती थी खुशबु जहा,
दिया ,,बत्ती ,,एवं धुप की ....
पत्थरो के इस शमसान में ...
महक रही हे ;;;;;
लाशे आज इंसान की 

Thursday, July 4, 2013

उदास हे मन

उदास  हे मन ,रो रही  है आँखे
                              बिन आंसू  .......
बह रही हे नदिया ,भर गया हे दरिया ,
                                        बिन आंसू .......

Tuesday, February 21, 2012

जय श्री राम,,,,,

इंसान कितना भोला हे,,,
जरुरत से ज्यादा   सयाना हे,,,
खुद को ज्यादा,,,,
और,,,,,
इश्वर को कम आंकता हे ...
जो की इंसान को ....
पेसो से,,,,
बातो से,,,,
और हरकतों से,,,
हर कदम पे धोखा देता हे,,,
और पल भर की ख़ुशी से झूम जाता हे....
मगर...
ये इंसान .....
बिलकुल भूल जाता हे की,,,,,
ये ,,,कितना वाजिब हे,,,,,
हर एक पल ....
और .......
हर एक अपनी चाल ,,,,
हरकत.....
धोखा सभी का,,,,
इश्वर के दरबार में 
हिसाब रहता हे,,,,
उसे ,,,इश्वर कभी नहीं छोड़ता ,,,
आज नहीं तो कल ,,,
कल नहीं तो परसों,,,,
हिसाब जरुर चुकाना हे ,,,
हम किसी सीधे इंसान को ,,
,धोखा देके,,,
खुश हो जाते हे,,,,,,,,,,,,
किसी के पेसे चुराके ,,,
कोई चीज चुरा के ,,,,
किसी की उधारी नहीं देके .......
किसी के साथ छल करके ,,,
हम खुश हो जाते हे,,,,
मगर ,,,,
हम यह भूल जाते हे की ,,,,
हम यह हरकत ,,,,,किसी इन्सान के साथ नहीं ,,,
बल्कि भगवान् के साथ कर रहे हे,,,
जो कभी माफ़ नहीं कर सकता,,,,
यह बात दिमाग से ही हमें निकल देनी हे,,,,
की ,,,,,,
हम जिस इन्सान को धोखा दे रहे हे ,,,
उसका कुछ फर्क पडेगा ,,,,
उसका भगवान् हमेशा ही भला करता हे ,,,,,
उसके घर में साईं बाबा हमेशा ,,,,
खुशियों की बहार लाता हे,,,,,,
इंसान भले ही धोखा दे ,,,
लेकिन इश्वर  सब तोल मोल के देता हे,,,,,
और जो इंसान दुसरो को धोखा दे कर 
अपना ,,,काम बनाते हे,,,,,,
उनके घर की हालत ...
.खुद  अपनी आँखों से देख सकते हे .....
एसे  इंसान जिंदगी के कुछ पल ...
जरुर ख़ुशी में काट सकते हे ,,,,
पर जिन्दगी की लम्बी गाड़ी ,,,,,,
उन्हें इतना दुःख देती हे ,,,,,
की ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
वो अपने परिवार और अपनी  ,,,,,
जिंदगी की गाड़ी से हर जाते हे ,,,,



""दगा किसी का सगा नहीं 
नहीं किया तो कर के देखो ....
और ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
किया उनके घर देखो.......""

जय श्री राम,,,,,
जय श्री राम....
 
जय सिरडी वाले साईं बाबा,,,,,,,,,






Monday, February 20, 2012

जिसे आदत हो बहने की................

असीम बर्फ हे इस हिमालय में ....
हाथो  में समेत नहीं सकते....
प्यार मोहब्बत ..एक अनोखी चीज हे,,,
क्योकि  इश्क के सताए भुला नहीं सकते...
अजनबी हे हम...
अपनों को जान नहीं पते....
मगर,,,
असमान की छाव में भी उन्हें भुला नहीं सकते ,,,,
जीवन में बहार कई आती हे ....
तितलिया ख्वाबो से हट के...
ख्याली पुलावो से बच के....
सपने सच करो अपने...
दुसरो से पहले खुद को पहचानो...
बहार निकालो ...
सपने देखो   वो जरुरी हे....
क्योकि उन्हें आप रोक नहीं सकते....
मेहनत का जज्बा हे जिनमे ...
पत्थर तोड़ रास्ता वो बनाते हे ....
जीवन की हर बहार को खुश नुमा बनाते हे ...
पहुच जाते हे अडिग रास्तो पर ..
चलके अपनी मंजिल को...
क्योकि वो अपने आप को रोक नहीं सकते ...
कई  तूफ़ान हो ...
या तेज हवाए..
दरिया हमेशा बहता हे...
क्योकि ...
जिसे आदत हो बहने की..
उसे आप रोक नहीं सकते........



Sunday, February 19, 2012

चाणक्य के 15 सूक्ति वाक्य ----


1) "दूसरो की गलतियों से सीखो अपने ही ऊपर प्रयोग करके सीखने को तुम्हारी आयु कम पड़ेगी."
2)"किसी भी व्यक्ति को बहुत ईमानदार नहीं होना चाहिए ---सीधे बृक्ष और व्यक्ति पहले काटे जाते हैं."
3)"अगर कोई सर्प जहरीला नहीं है तब भी उसे जहरीला दिखना चाहिए वैसे दंश भले ही न दो पर दंश दे सकने की क्षमता का दूसरों को अहसास करवाते रहना चाहिए. "
4)"हर मित्रता के पीछे कोई स्वार्थ जरूर होता है --यह कडुआ सच है."
5)"कोई भी काम शुरू करने के पहले तीन सवाल अपने आपसे पूछो ---मैं ऐसा क्यों करने जा रहा हूँ ? इसका क्या परिणाम होगा ? क्या मैं सफल रहूँगा ?"
6)"भय को नजदीक न आने दो अगर यह नजदीक आये इस पर हमला करदो यानी भय से भागो मत इसका सामना करो ."
7)"दुनिया की सबसे बड़ी ताकत पुरुष का विवेक और महिला की सुन्दरता है."
8)"काम का निष्पादन करो , परिणाम से मत डरो."
9)"सुगंध का प्रसार हवा के रुख का मोहताज़ होता है पर अच्छाई सभी दिशाओं में फैलती है."
10)"ईस्वर चित्र में नहीं चरित्र में बसता है अपनी आत्मा को मंदिर बनाओ."
11) "व्यक्ति अपने आचरण से महान होता है जन्म से नहीं."
12) "ऐसे व्यक्ति जो आपके स्तर से ऊपर या नीचे के हैं उन्हें दोस्त न बनाओ,वह तुम्हारे कष्ट का कारण बनेगे. सामान स्तर के मित्र ही सुखदाई होते हैं ."
13) "अपने बच्चों को पहले पांच साल तक खूब प्यार करो. छः साल से पंद्रह साल तक कठोर अनुशासन और संस्कार दो .सोलह साल से उनके साथ मित्रवत व्यवहार करो.आपकी संतति ही आपकी सबसे अच्छी मित्र है."
14) "अज्ञानी के लिए किताबें और अंधे के लिए दर्पण एक सामान उपयोगी है ."
15) "शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है. शिक्षित व्यक्ति सदैव सम्मान पाता है. शिक्षा की शक्ति के आगे युवा शक्ति और सौंदर्य दोनों ही कमजोर हैं ."

Monday, February 6, 2012

पहली मुलाकात

पहली मुलाकात  एक याद थी ,,,
वो समय...
वो जगह,,,,
वो पल...
एक खास मोसम ,
वो एक कवायद थी,,,
उस खँडहर पर बेठना ....
उन हवाओ का चलना
सावन की बहारे,,,,,जुल्फों का लहराना
आँखों ही आँखों में मुलाकात का होना,,
हाथो में हाथ,,
धड़कन का तेज होना
ना समय की पाबन्दी,,,
न इंतज़ार,,,ना दुरी,,,
बस,,,,,,,
ज़वा होते दो दिलो की तमन्ना,,,
सिर्फ बिछुड़ने की मज़बूरी,,,,
वो आंखे ,,,वो पलके,,,
वो बाते,,,,वो प्यार,,,
वो एहसास,,वो इकरार,,,
दो दिलो का ज़वा होना,,,
दिलो का गम,दूरिया एवं हिचकिया
थोथी मुस्कान चेहरे पर,दिल एवं सिसकिया
पहली मुलाकात एक याद थी,,
वो समय,,,
वो जगह,,,
वो पल,,,,
एक खास मोसम ,,,
वो एक कवायद थी,,,,,,

Wednesday, February 1, 2012

दिल के इरादे

सपनो को सपने समझकर ,,,
                    छोड़ ना देना....
दिल के इरादे को ,,,,
                   तोड़ ना देना....
आप में कशिस हे ,,,
                  सब पाने की ,,,,
नामुमकिन समझकर ,,,,कुछ 
                  छोड़ ना देना ..

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का सटीक रामबाण

  जो सोचा नही था , वो समय आज गया । ऐसा समय आया कि लोगो को सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि उस समय क्या किया जाए । आज की लोगो की जीवनशैली की वजह से...