Saturday, January 28, 2012

Wildlife Sanctuaries





NamePlaceState
Chandraprabha SanctuaryVaranasiUttar Pradesh
Dachigam SanctuarySrinagarJammu & Kashmir
Ghana Bird SanctuaryBharatpurRajasthan
Ghatprabha Bird SanctuaryBelgaumKarnataka
Jaldapara SanctuaryJalpaiguriWest Bengal
Kutree Game SanctuaryBestarMadhya Pradesh
Manas Tigar SanctuaryBarpetaAssam
Melapattu Bird SanctuaryNellorAndra Pradesh
Mudumalai SanctuaryNilgirisTamil Nadu
Nal Sarovar Bird SancturyAhmedabadGujarat
Palamau Tiger SanctuaryDaltonganjBihar
Periyar SanctuaryIddukiKerala
Ranganthittoo Bird SanctuarySawai MadhopurRajasthan
Ranthambhor Tiger SanctuarySawai MadhopurRajasthan
Similipal Tiger SanctuaryMayurbhanjOrissa
Sultanpur Lake Bird SanctuaryGurgaonHaryana
Sunderbans Tiger Sanctuary24-ParganasWest Bengal

Geographical Terms




ANTIPODESA region or place on the opposite side of a point on the earth.
ANTICYCLONESWinds which blow outward from the center.
APHELION Position of the earth in its orbit when is at the maximum distance from the sun.
ARCHIPELAGO A cluster of islands, e.g., Pearl Islands in the Gulf of Panama.
ATOLL Coral reef resembling a horse shoe, enclosing a lagoon.
AXISAn imaginary line joining north and south poles.
AVALANCHEA vast mass of snow mixed with earth or stones.
BIOSPHEREAnimate or inanimate organic kingdom on earth.
CANYONA deep valley cut by a river through a mountain region, e,g., the Grand Canyon of the Colarado river in the USA.
CONTINENTAL SHELFLand adjoining a continent submerged in the sea.
CYCLONESA low pressure system area in which the wind blows spirally inward.
CROP ROTATIONGrowing different crops needing different minerals for their growth in the same piece of land in order to get more yield.
DATE LINEAn imaginary line pointing north-south approximating to the Meridian 180 (east or west) where the date changes by one day the moment it is crossed.
DELTAAlluvial deposit shaped like Greek letter, formed at the mouth of the river, where it falls into the sea, e.g., the Sunderban delta.
DEWCondensed atmospheric water vapours due to the cooling of the air.
DRY FARMINGGrowing of crops in low rainfall areas by moisture conservation, crop rotation but without irrigation.
EQUATORAn imaginary line dividing the earth into two equal parts.
EQUINOXESThe day on which nights and days are of equal duration, e.g., March 22 and September 23.
EROSIONWearing away of the earth's land surface by rain, wind, water, etc. rendering the land infertile.
ECLIPSEWhen one earthly body obscures another one partially or completely.
FOGWhen the atmospheric moisture touches cold earth and condenses on dust particles.
FROSTWhen the atmospheric moisture deposits in the shape of icy flakes on the exposed objects or near the ground due to below freezing point temperature.
HIGH SEASThe parts of the sea which do not come under the territorial jurisdiction of the nations.
ICEBERGHuge mass of ice separated from glacier in the polar regions. These masses of ice float in the oceans with 9 parts submerged in the ocean and one part visible.
ISOBARSLines on the map connecting the places of the same pressure.
ISOTHERMSLines on the map joining the places of the same temperature.
ISTHMUSNarrow neck of land joining two land areas.
KUNDANAnew variety of wheat which gives high yields in both rained and irrigated tracts and responds well to low dose of water and fertiliser.
LAGOONA shallow stream of water at the mouth of a river enclosed bu dunes of river silt.
LIGHT YEARThe distance traveled by light in one year. It is equal to 9.4*10612 km.
LOCAL TIMETime calculated from the sun at noon at any place of earth.
MERIDIANImaginary line joining north and south poles and cutting the equator at right angles.
MISTIt is just like fog but contain more moisture.
OASISA part of the desert where water and vegetation are found.
ORBITThe path of the heavenly bodies.
PYGMALLION POINTThe southernmost point of India, 700 km away from mainland India.
PRAIRIESSmooth, treeless, green plain of Central and North America.
REEFJutting of rock or shingle or sand at just above or below sea level.
SAVANNALand covered with natural grass.
SIDEREAL DAYTime taken by the earth to rotate once round its axis.
SNOW LINEAltitudinal line along which the area remains snow clad.
SPRING TIDESHigher tides in the ocean caused by the sun and the moon together. When the sun, the earth and the moon are positioned in a straight line.
NEAP TIDESTides caused by the differences of the forces exerted by the moon and the sun when both are at right angles to each other.
TORNADOA brisk and violent storm generally having rotator motion.
TUNDRASPeripheral area of Arctic ocean.
TYCOONViolent hurricane in China Sea.
WEATHER SATELLITEArtificial satellite designed to forecast weather.
WESTERLIESConstant winds blowing from south-west in the northern hemisphere and north-west in south hemisphere.

Thursday, January 26, 2012

शुभकामना


तेरे सफलता की कामना करता हू, मेरे दोस्त
एक नहीं हजारो इम्तिहान देता हू,
तुम बढ़ाते रहो आगे दोस्त, यही दुआ देता हू!!
तेरे जूनून के मकसद को दात देता हू
तेरे आगे बढ़ने के ख्वाब को सलाम करता हू,
थकान ना पहुचे मेरे दोस्त को ,,की
बार-बार ठहर के इम्तिहान देता हू,
अँधेरा ना छाये तेरे रास्तो में दोस्त ,,की
खुद की देह जलाके रौशनी जगाता हू ,
जुबान ना अटके तेरी वाणी में कही ,,की
तेरे मुह में आपनी जुबान देता हू ,
तेरे सफलता की कामना करता हू ,मेरे दोस्त
एक नहीं हजारो इम्तिहान देता हू ,
तुम बढ़ाते रहो आगे दोस्त,यही दुआ देता हू !!
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good quotes


Success is neither magical nor
mysterious. Success is the
natural consequence of
consistently applying the
basic fundamentals.
- Jim Rohn

The starting Doint of all
achievement is desire. Keep this
constantly in mind. Weak desire
brings weak results, just as
a small amount of fire makes
a small amount of heat.
- Napoleon Hill

""अनजान मंजिल ""

शुरू किया था सफ़र जिंदगी का,,,,,,,,
कई अरमानो के साथ ,,,,
चलता गया मै ,,
दिल में लिए इच्छा ....
कई जज्बातों के साथ ,,,,
आती गई ठोकरे में सामना करता गया,,
करता गया पार कई मुश्किले,,,
इरादा ठोस था ,,
आत्मा मेरे साथ थी ,,,
चलता गया आगे ,,,
पीछे मुड़ के देखा नहीं,,,,
तो ,,साया नज़र आया नहीं,,
कशमकश मची थी ,,
जिंदगी के हर पहलु के साथ ,,,
हर कोई उतावला था,,
अपनी मंजिल पाने को,,,
पर चलना तो खुद को था ,,,
उसमे हमसफ़र बहुत कम थे,,,
क्योकि  चलना खुद को था ,,,
मंजिले अपनी जगह थी ,,,
रास्ते अपनी जगह थे,,,
सफ़र काफी लंबा था,,,
पर,,,,,,
मंजिल का साया सुन्दर था,,,
चलता गया मै,,,,,,
कदम कभी गिने नहीं,,,
चलता गया बस ,,इस विस्वास से की,,,
किसी जनाजे का हिस्सा जरुर हु,,,
हर रह आसान हुई ,,,
भीड़ का साया हटा ,,,
चलते कदमो ने मंजिल को पाया ,,,
मंजिल को पहुच के पीछे देखा ,,,
तो,,,,कोई नहीं था,,,
बस,....
कुछ अंतहीन मार्ग ,,,,,
सुनसान रहे .....
बिखरी हुई घास की तन्हाई,,,,
एवं.....
सूखे पेड़ो का साया था.......

Wednesday, January 25, 2012

महान हे ये ........मेरा देश




मै,मेरी जिंदगी और मेरा देश 
अजब हिन्दुस्तान हे, ये मेरा देश 
ना किसी का मुकाबला.........
सभ्यता एवं संस्कृति से ..
ना डॉलर से ,ना तकनिकी  से 
ना अर्थव्यवस्था से .....
बात  हो चाहे रीती रिवाजो की ,या 
बात हो चाहे संस्कारो की......
हर मायने में निराला हे ये देश 
बात हो चाहे एकजुट परिवार की ,या
बात हो चाहे एकता में अनेकता की 
एकजुटता का इतिहास लिए निराला हे ये देश 
बात हो चाहे महाराणा प्रताप की ,या
बात हो चाहे झाँसी की रानी की
वीरता का इतिहास लिए निराला हे ये देश 
बात हो चाहे गाँधी,नेहरु या मदर टेरेसा की 
चाहे बात हो लाल ,बाल एवं पाल की 
शांति ,संयम एवं सम्मान का इतिहास लिए निराला हे ये देश 
बात हो चाहे 47,65 या 71 की .....
हो चाहे बात 99 के करगिल की ...
हर बार जीत की का इतिहास लिए निराला हे ये देश 

Wednesday, January 4, 2012

२०११ का महानायक -अन्ना हजारे

भारत के इतिहास में एक एसा साल जो,सबसे ज्यादा गलत साबित हुआ भारत जेसे ही पवित्र देश के लिए,घोटालो का साल,भ्रस्ताचार के बढ़ावे का साल,थोक के भाव में गलत काम हुए,थोक के भाव कई सम्माननीय लोगो की इज्जत सरे आम मिटटी में मिली,लाखो की उम्मीदों पर बाढ़ आई,कई अच्छे ओहदों पर विराजमान सम्माननीय राजनेताओ ने गरीबो के पेसो से होली खेली,तो कई कांग्रेस के नेताओ की जुबान साल भर खूब चली बिना किसी लगाम एवं मर्यादाके! इस साल में एक इसे युग पुरुस का गाव की सरजमीं से उठ कर आना  और सारे देश  को गाँधी गिरी की यादे ताज़ा करवा देना  और ,देश को कई उम्मीदे दे देना ,वाकई एक मिसाल कायम करना था!
15 जून १९३७ महारास्त्र के अहमद नगर के  गाव भिंगार में हुआ,बाबु राव  हजारे के सात बच्चो  में सबसे बड़े,१९५२ में अपने परिवार के साथ रालेगन सिध्धि आये!७ सातवी तक पढाई की ,पढाई छोड़ के मुंबई में फुल बेचे,वह कई बार भ्रटाचार के खिलाफ पुलिस से झड़प भी हुई ,१९६३ में ड्राइवर के तोर पर सेना में भर्ती ती हुए ,१९६५ की लड़ाई का हिस्सा भी बने ,१९७५ में अपनी इच्छा से सेवानिवृति लेकर घर आ गए,१९८९ में विद्युत आपूर्ति का विरोध,१९९७ में जेल भी गए,१९९७-२००३ आर टी ई की लड़ाई लड़ी ,महारास्ट्र में इसे प्रभावी कराया,२००९ से जन लोकल की लड़ाई सुरु की !
इसे खतरनाक चल रहे दोर में इस महानायक ने एक उम्मीद की किरण जगाई,संभावनाओ के दीप जलाये ,एक एसे  काम की लड़ाई जो इस देश को एक गर्त में ले जा चुकी थी,इन राजनेताओ के काले कारनामो से इस देश की जनता की उम्मीद एक खँडहर बन चुकी थी,गाँधीवादी विचारो के इस सक्श ने  गांधीजी के रास्तो का अनुसरण करते हुए ,सर पर खादी   गाँधी टोपी लगाये हुए ,जनता को एक कड़ी में बांध दिया,सभ्यता और संस्कर्ती ,परिवारवाद एवं एकता वाले इस देश की जनता का जमीर जगाया,और उन्हें रास्ता बताया,२०११ का यह घोटालो का ही साल रहा,२ जी स्पेक्ट्रम ,रस्त्रमंडल खेलो का घोटाला,और भी कई घोटाले ,मनो इस भ्रस्ताचारी सरकार का चरित्र ही बन गई थी!कभी राहुल जी ने हिंदुस्तान को हिन्दुओ से खतरा बताया तो कभी कपिल,तिवारी और दिग्विजय ने अपनी मर्यादाये पर की,मगर इन सभी को सांत  रहकर जवाब देने वाले इस सक्श  ने अपना रास्ता बनाया ,नेतिकता की लड़ाई लड़ी,सबसे बड़ी बात यही रही की इस देश ने कभी इतनी बड़ी तादात में लोगो का जमेअदा नहीं देखा ,बिना किसी हंगामे के ,पर इस बार हमने देखा की ,देश के हर कोने में लोगो ने अपनी खासियत दिखाई की हम हिन्दुस्तानी हे ,जो अपने आदर्शो पर चल के अपना जलवा दिखायेंगे,और वही हुआ.....हर जगह हमने देखा कोई पुलिस नहीं,कोई झगडा नहीं,कोई मारपीट नहीं,कोई तोड़फोड़ नहीं,कोई रोड बाधित नहीं,कोई हत्या नहीं ,कोई हिंसा नहीं ,,पर पक्का विरोध इनके काले कारनामो से बढ़ते इस भ्रस्ताचार का ,सारे देश की जनता ने एकजुट होकर अपना अहम् हिसा निभाया !सरकार के कुछ बड़बोलो  की जुबान का भी इस शक्श ने गाँधीवादी तरीके से ही जवाब दिया न की वो ,,जो उनका नजरिया था!और इनका साथ देने में भी देश के कई आदर्श साथ कदम से कदम मिलाकर खड़े पाए गए!पर हर बार अस्वासन का धोखा देकर ये सरकार वही करती रही जो इसने जिंदगी भर इस देश की जनता के साथ किया हे,कई समझोते हुए,कई गोस्थिया हुई,पर हर बार वही नतीजा आया,और इस देश की विश्वासी जनता हर बार इन झूठो पर विस्वास करती रही,,,और अंतिम पल में जाकर भी इस सरकार ने देश के दिल संसद में बैठकर भी अपना पहले से बना बनाया मसोदा जनता के सामने रखकर ,,इस सक्श को ही नहीं इस देश की १२७ करोड़ जनता को धोखा दिया ,संसार के सबसे मजबूत लोकतान्त्रिक देश के लोकतंत्र की आधी रात को इन लोगो ने हत्या कर दी!लोकतंत्र को मर दिया ....उस समय का संसद का नज़ारा मै आधी रात को बेठ के टेलीविसन पर देख रहा था की किस तरह ये लोग अपना नजरिया सामने ला रहे थे...और अंत में जाकर किस तरह पलट वार किया वो शायद मेने ही नहीं इस देश की जनता ने पहली बार ऐसा होते देखा होगा,,,,,,,,,मगर सावधान मेरे हिन्दुस्तानी भाइयो अब फेसला हमारे हाथ हे...कोई किसी नेता की निजी बात हम नहीं करते ,,हमारी  लेखनी का काम हे सच लिखना और इसकी ताकत को समझकर इस पवित्र देश को बचाना.......नहीं तो ये लोग इसे मार देंगे.......२०११ के महायानक  रहे अन्ना हजारे जी के विचारो का समर्थन करते हुए...इस देश की भलाई सोचना हमारा पहला कर्तव्य हे !धन्यवाद् ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,जय हिंद जय भारत........................................!!!!!!!!

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का सटीक रामबाण

  जो सोचा नही था , वो समय आज गया । ऐसा समय आया कि लोगो को सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि उस समय क्या किया जाए । आज की लोगो की जीवनशैली की वजह से...