पानी से तस्वीर नहीं बनती ,,,
सिर्फ़ ख्वाबो से तक़दीर नहीं बनती ,,,
बना लीये जमीं अपने आशियाने ,,,
जिध थी जिनमे ,,,,,,
कुछ कर जाने की ,,,
क्योकी ,,,,,,,,
हवा में बनाये महलो में ,,,,,,,,
दुनिया नहीं रह सकती ,,,,!!
आर . बी . . आँजना
सिर्फ़ ख्वाबो से तक़दीर नहीं बनती ,,,
बना लीये जमीं अपने आशियाने ,,,
जिध थी जिनमे ,,,,,,
कुछ कर जाने की ,,,
क्योकी ,,,,,,,,
हवा में बनाये महलो में ,,,,,,,,
दुनिया नहीं रह सकती ,,,,!!
आर . बी . . आँजना