Thursday, December 8, 2011

कुछ लाशो को कफ़न नसीब नहीं होता ,,,,



कही जमीं पर भी पेड़ नहीं उगते ,,,,,
तो,,,,,,
कही पथ्थरो पर भी फुल खिल जाते हे.....
दोस्तों ,,,,
कुछ अपने भी पराये बन जाते हे ,,,,,
पर ,,,
कुछ पराये,,,,
और ,,
अनजाने भी अपने बन जाते हे .....
देखो इन्सान-इन्सान में फर्क.,,,,,
कुछ लोग पेट की भूख शांत नहीं कर पाते ,,,,
तो,,,,,
कुछ लोग मरते भी सोने में लिपटकर हे,,,,,,
दोस्तों,,,,,
यही उसूल बन गया हे इस दुनिया का,,,,,,
कि,,,,,
कुछ  लाशो को कफ़न नसीब नहीं होता ,,,,
तो,,,,,
कुछ लाशो पर ताज महल बन जाते हे,,,,,,,,
                    .... रमेश भाई आंजना .......

नए साल की सभी को सुभकामनाये  
""""जय श्री  राजेश्वर """"
नए साल  से कुछ नई सिख लेकर नई  उमीद  के साथ  पत्रिका  प्रकाशन की पूरी टीम  एवं  समस्त आंजना  भाइयो  को नए साल की मुबारक बाद देते हुए  सभी के उज्जवल भविष्य की  शुभकामनाये   व्यक्त  करता  हु !बड़ी ख़ुशी की बात  हे कि समाज के कई  बंधू  समाज सेवा में अपना समय लगा रहे हे,,खास कर  इस तरह के प्रयास ,इन पत्रिकाओ के माध्यम से !!इस तरह के प्रयास  समाज के सामाजिक,राजनितिक, एवं आपसी परिचय को बढाकर  संघठन ,एकता,और  भाईचारे को बढ़ावा देते हे!
आंजना भाइयो ,राजेश्वर भगवान की कृपा से आज  अपना  समाज  काफी प्रगति शील हे ,पर सबसे पहली वरीयता शिक्षा को देते हुए हमें थोडा और इस तरफ ध्यान देना होगा ,क्योकि हर समस्या का कारण एवं हल दोनों शिक्षा ही हे!
फिर से हाथ जोड़ कर सभी  को नए साल की  सुभकामनाये  व्यक्त करते हुए  राजेश्वर भगवान से इबादत करता हु की हमें  हर मुस्किल से उबरने का होसला दे ,,,,,,
""""जय श्री  राजेश्वर """"


शुभकामना 

तुम्हारे सफलता की कामना करता हू, मेरे  दोस्तों 
एक नहीं ,,,,,,हजारो इम्तिहान देता हू,
तुम बढ़ाते रहो आगे ,,यही दुआ देता हू!!

तुम्हारे  जूनून के मकसद को दात देता हू
आगे बढ़ने के ख्वाब को सलाम करता हू,

थकान ना पहुचे मेरे दोस्तों को कही  ,,की 
बार-बार ठहर के इम्तिहान देता हू,..,,,

अँधेरा ना छाये तुम्हारे रास्तो में  दोस्तों  ,,की
खुद की देह जलाके रौशनी जगाता हू ,

जुबान ना अटके  तुम्हारी वाणी  में कही ,,की 
तुम्हारे  मुह में आपनी जुबान देता हू ,,,,,,

तुम्हारे  सफलता की कामना करता हू ,मेरे  दोस्तों,,
एक नहीं हजारो इम्तिहान देता हू ,
तुम बढ़ाते रहो आगे ,यही दुआ देता हू !!!!!


                        "" रमेश भाई आंजना"" 
                          (भारतीय वायु सेना )

Wednesday, December 7, 2011

कुछ लाशो को कफ़न नसीब नहीं होता ,,,,

कही जमीं पर भी पेड़ नहीं उगते ,,,,,
तो,,,,,,
कही पथ्थरो पर भी फुल खिल जाते हे.....
दोस्तों ,,,,
कुछ अपने भी पराये बन जाते हे ,,,,,
पर ,,,
कुछ पराये,,,,
और ,,
अनजाने भी अपने बन जाते हे .....
देखो इन्सान-इन्सान में फर्क.,,,,,
कुछ लोग पेट की भूख शांत नहीं कर पाते ,,,,
तो,,,,,
कुछ लोग मरते भी सोने में लिपटकर हे,,,,,,
दोस्तों,,,,,
यही उसूल बन गया हे इस दुनिया का,,,,,,
कि,,,,,
कुछ  लाशो को कफ़न नसीब नहीं होता ,,,,
तो,,,,,
कुछ लाशो पर ताज महल बन जाते हे,,,,,,,,
                    .... रमेश भाई आंजना .......




Monday, December 5, 2011

आज भी .......मै तनहा हु


कितनी सर्द राते गुजारी ,,,,,,,,,
मेने ,,,,,,,
तेरे इंतज़ार में,,,,,,
कितने हसीन पल बिताये ,,,,,
अकेलेपन में ...........
पहुच के महखाने ,,,,,
हर पल यद् किया तुझे  ,,,,
तन्हाई में ,,,,,
रोती रही आंखे,,,,,
बिलखता रहा मन,,,,,
सेकड़ो बहाने ढूंढे ,,,,,
मेने ,,,,,
खुश रहने के लिए ,,,,,,,
पर,,,,,,,,,,,,,,,
फिर भी तुम,,,,,,,
वो एक पल ,,,,,,
नहीं ढूंढ़ पाई,,,,,
कि ,,,,,,
पीछे मुड के ,,,,
देख सको ........
मेरी इस तन्हाई को,,,,,,,,,,,



Sunday, December 4, 2011

Good Leadership



The characteristics of a leader come through in our day to day interactions with those around us. Leaders come in all shapes, styles, and forms.  If you stop to think about some of the leaders that have inspired you or even some that have infuriated you, the qualities of good leadership skills will become apparent.
When we think about the characteristics of a leader, we often think of leaders that are dynamic, which calls each of us to act or to follow.  We could take an example, such as Hitler.  He did not have the values that we should follow, but had that inspiration that could ignite a country.  If we also stop to think about the leaders today in the US, we do not get the same vision of a leader that has a dynamism that is hard to resist, but rather a leader that has that ‘good to great’ quality.  Often times these leaders are more quiet and reserved, embodying the vision of good leadership skills and calling each of us to action in a subtle way that can often times leave us asking why we’re buying what they’re selling.
The answer is a simple.  The characteristics of a leader are not skills or behaviors that will be new to those that strive to master them, but will often times be the actions we all know we should be focused on, if we only had the time.  Yes, developing good leadership skills take time, just like perfecting an idea or delivering on a project.  Without an investment of time, very few people will have the skills to become the great leaders they envision.
Let’s examine some if these traits in more depth.  The Santa Clara University and the Tom Peters Group recently noted the following characteristics as key characteristics of a leader.  Don’t be surprised if you don’t find the complexity you were expecting as leadership is often promoted as that advanced skill few can attain.

Key Characteristics of a Leader:

  • Honesty - Display sincerity, integrity, and candor in all your actions. Deceptive behavior will not inspire trust.
  • Competent - Your actions should be based on reason and moral principles. Do not make decisions based on childlike emotional desires or feelings.
  • Forward-looking Set goals and have a vision of the future. The vision must be owned throughout the organization. Effective leaders envision what they want and how to get it. They habitually pick priorities stemming from their basic values.
  • Inspiring - Display confidence in all that you do. By showing endurance in mental, physical, and spiritual stamina, you will inspire others to reach for new heights. Take charge when necessary.
  • Intelligent - Read, study, and seek challenging assignments.
  • Fair-minded - Show fair treatment to all people. Prejudice is the enemy of justice. Display empathy by being sensitive to the feelings, values, interests, and well-being of others.
  • Broad-minded - Seek out diversity.
  • Courageous - Have the perseverance to accomplish a goal, regardless of the seemingly insurmountable obstacles. Display a confident calmness when under stress.
  • Straightforward - Use sound judgment to make good decisions at the right time.
  • Imaginative - Make timely and appropriate changes in your thinking, plans, and methods. Show creativity by thinking of new and better goals, ideas, and solutions to problems. Be innovative!
As you can see nothing revealed here is shocking, but skills we are all aware of, yet we take little time to practice.  Again, developing good leadership skills does take practice and a great deal of time.  If it were easy there would be far more leaders and far less managers.  
A number of the characteristics of a leader fall into a greater category that many of the leading executives of today refer to as Emotional Intelligence.  Achieving this level of leadership will inspire those around you and lead your teams to great heights.
So what do you do with this ‘new’ information?  It’s time to refocus on your core as a leader and to spend your time wisely on what you value and the values of your organization.  It is easy to get caught up in the daily fires that pop up but this can be the downfall of aspiring leaders.  To achieve a true leadership style you must be able to maintain these traits through good times and bad and to continually focus on the behaviors regardless of the situation.
 (thanks to writer)

"अपनी पहचान"

अपने आप को पहचानना सिख लो,,,
अपनी जगा से कोई हिला नहीं  सकेगा,,,,,,
टेढ़े रास्तो पर भी सीधा चलना सिख लो,,,,,,,,,
अपनी मंजिल  को पहुचने से कोई रोक नहीं सकेगा.,,,,,,,,,,

Friday, December 2, 2011

"काँग्रेस का कोहरा"

देश की आँखों के सामने दिल्ली का दिसम्बर छा गया हे ,क्या था ,क्या हे .और क्या होगा ,इस देश का मुस्तकबिल !जरा आँखों की पलके उठाओ,हम सब वाकिफ हे की विदेशियों ने यहाँ २०० साल तक राज किया ,इस मुल्क की सम्पति लुटी,वो इसे खोखला बनाने की पुरजोर कोशिस कर गए,बहुत कुछ लुटा ,पर वो भी हमारा जमीर नहीं लुट पाए!और आज हम आजादी के ५४ साल जी चुके हे !५४ साल काफी लम्बा समय,उम्मीद एवं आजादी वाला समय,पर क्या इन ५४ सालो ने कुछ उमीदे जगाई....नहीं!यदि आज के समय के विकाश की गती को देखे तो हमारे कदम बहुत धीरे चल रहे हे!इन ५४ सालो में कोंग्रेस का शासन काफी लंबा रहा, पर इस समय में हकीकत को झांक कर देखे तो  इस देश को काफी पीछे  धकेल दिया !यह स्थति किसने बने ,हम सब वाकिफ हे ,किसी भी क्षेत्र की बात उठाकर देख लो,भ्रस्टाचार,आतंकवाद,गरीबी,शिक्षा का पिछड़ापन,महंगाई,भुखमरी,कुपोषण की समस्या में वृधी,कृषि उत्पादन में कमी,लुट,हत्याए ,घूसखोरी,दादागिरी,गुंडागर्दी,राजनितिक खोफ,हर तरफ एक डर का साया हे!लोगो में एक अविश्वास सा पैदा हो गया हे !लोगो को दो वक्त की रोटी नसीब कराने की योजना  बनी "नरेगा",तो उसमे भी घोटाला ,गावो की प्राथमिक  शिक्षा पध्धति बहुत कमजोर हे,कई हंगामे हुए ,तब जाकर इस कुम्भकरण की नींद सो रही सरकार की कानो पर जू रेंगी,तब दबाव में आकर सर्व शिक्षा अभियान लागु किया गया शिक्षको की भर्तिया निकली पर भर्तिया कहा से करे सारे पेसे तो नेता लोग घोटालो में खा गए !महंगाई ने आम आदमी की रोटी छीन ली समस्या एवं कारण, जमाखोरी एवं भ्रस्टाचार,उधर मिस्टर राहुल गाँधी आम आदमी के लिए काम करने का ढोंग रचाते घूम रहे हे!भ्रस्टाचार तो मानो इस सरकार की पहचान  सी बन गई हे,जो जितने बड़े ओहदे पर हे वो इतना बड़ा भ्रस्टाचारी ,यही इन लोगो की पहचान हे ,राजा,कनिमोड़ी,कलमाड़ी जेसे कई महानुभावो ने इस देश की नाक नीची  करवा रखी हे ,जब इन सब समस्याओ की बात आती हे तो हमारा मुल्क जहा कही खड़ा होता हे वह कभी कभी पलके झुकाने को मजबूर हो जाता हे ,उसके पीछे का कारण ये जनता के प्रतिनिधि हे !अरे मेरे हिन्दुस्तानी भाइयो ,आप भी इस देश की सरजमी पे पैदा हुए हे,इसी ने आपको सब कुछ दिया हे और आपको इस देश की जनता ने आपको चुनकर उनकी सेवा करने के लिया संसद में भेजा हे,वह जाकर आप राजा मत बन जाओ,जिनके आगे अपने वोट की भीख  मांगी थी ,,उन्हें आप गरीबी एवं कुपोषण की मार मत मारो!वो भी आपके भाई-बहन हे,उन्हें मत भूलो,उनका हक़ मत छीनो!पर भाइयो सच कहता हु ये सब कोन याद रखता हे!
देश का दिल ,संसद में जूते फेंकना,पेसे फेंकना,सीटो पर भरी नींद सोना,,,,,बस दुनिया के अमीरों की श्रेणी में नाम कमाना ,,,सब गरीबो का पैसा हज़म करके उसे विदेशो में पहुचना देना!सबसे बड़ी दुःख की दास्ताँ तो यह हे की इस देश पर २०० साल तक विदेशियों ने राज किया ,लुटा,कमजोर बनाया ,और जिसके लिए हमारे देशभक्तों  ने सब कुछ भुला कर अपनी जिंदगी त्यागकर देश के लिए लड़ाई लड़ी ,देश को आजाद करवाया एवं एक शिक्षित ,गरीबी से मुक्त एवं सशक्त भारत का सपने देखा ,!लेकिन आज हमारे देश के ये देश भक्त,रक्षक  नहीं रहे भक्षक बनकर खुद ब खुद इसे लूटकर बेशर्मी की हद पर करके ये सारा पैसा विदेशियों की धरती पर हाथो-हाथ पंहुचा    रहे हे!खुद इस देश को खोखला कर रहे हे,जरा इन्हें शर्म नहीं आती किसी के हक़ का पैसा लुटने में,,,,,इस सरकार की आँखों पर तो कोहरा छा ही गया हे ,पर इन्होने सरे देश पर भी कोहरे सा माहोल बना दिया हे,हर इंसान खोफ खाया हुआ सा, डरता हुआ सा चल रहा हे,,मानो इसे आगे कुछ नजर ही नहीं आ रहा हे!अब एक ही सहारा बचता हे इस देश की जनता के पास की वो आगे देख के चलना चाहते हे तो जरा अपनी पलके उठाये और चेतन हो जाये ,जाग्रत हो जाये,क्योकि ये लोग अब नहीं जग सकते!एक यही एक रास्ता  अपनाये चुनाव वाला,की किसी एसे इन्सान को अपना अमूल्य मताधिकार ना प्रदान करे जिसका की कही कोई क्रिमिनल रिकोर्ड हो ,स्विस बैंक में खाता हो!और यह फेसला खुद वोटर कर सकता हे,यह हर नागरिक का अधिकार हे,इसका प्रयोग करने का भी हमारा अधिकार हे!हम इस मुल्क के हे ,,तो यह मुल्क हमारा हे ,,इसे बचने की जिम्मेदारी भी हमारे कंधी पे हे!
युवा आगे आए,जाग्रति फेलाए,इस कोहरे की मार को हटाये,ताकि अपनी राह पर चलने वाले आम आदमी को आगे सीधा कुछ दिखाई दे सके!
हे खुदा ये मेरी इबादत हे आपसे की मेरे इस प्यारे मुल्क के हर नागरिक को इसी ताकत दे ,जज्बा दे,जूनून दे,,ताकि वो आगे आए ,अपना अधिकार जाने ,,और आगे बढे!!!!!
दोस्तों मेरा किसी राजनितिक पार्टी से वास्ता नहीं हे,न किसी राजनितिक पार्टी या किसी को व्यक्तिगत  रूप से ठेस पहुचना मेरा मकसद हे,,में कलम का सिपाही हु,,मेरे विचारो की लगाम पर चलती मेरी लेखनी के हुकुम का गुलाम हु,,और मेरे विचार प्रकट करना मेरा अधिकार हे,,!
किसी त्रुटी या गलती के लिए माफ़ करे!
धन्यवाद्!

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का सटीक रामबाण

  जो सोचा नही था , वो समय आज गया । ऐसा समय आया कि लोगो को सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि उस समय क्या किया जाए । आज की लोगो की जीवनशैली की वजह से...