वो दिल में दबे ख्वाब
फिर से जागने लगे हे
ये जख्मी परिंदे
फिर से उड़ने लगे हे
पनपती हुई वो नफरते
जलकर रख होने लगी हे
बदले में मुहब्बत के खजाने
मिलने लगे हे
बेसुरे आज महफ़िल में
फिर से गाने लगे हे
वो हसकर चुटकी बजाने वाले
महफ़िल में ताली बजाने लगे हे
जाबाज वतन के सैनिक
कातिल दुश्मन पर विजय पाने वाले हे
कायर वो दुश्मन
इनके हौसले से डरने लगे हे
देश का माहोल कुछ
प्यार मुहब्बत के परवान
चढ़ने लगा हे
लोग वतन के प्यार से
अब सहिष्णु होने लगे हे
जय हिन्द जय भारत
लेखक :- आर बी आँजणा
09413885566
फिर से जागने लगे हे
ये जख्मी परिंदे
फिर से उड़ने लगे हे
पनपती हुई वो नफरते
जलकर रख होने लगी हे
बदले में मुहब्बत के खजाने
मिलने लगे हे
बेसुरे आज महफ़िल में
फिर से गाने लगे हे
वो हसकर चुटकी बजाने वाले
महफ़िल में ताली बजाने लगे हे
जाबाज वतन के सैनिक
कातिल दुश्मन पर विजय पाने वाले हे
कायर वो दुश्मन
इनके हौसले से डरने लगे हे
देश का माहोल कुछ
प्यार मुहब्बत के परवान
चढ़ने लगा हे
लोग वतन के प्यार से
अब सहिष्णु होने लगे हे
जय हिन्द जय भारत
लेखक :- आर बी आँजणा
09413885566