आज भी में तनहा हु
कितनी सर्द राते गुजारी
मेने। ……
तेरे इंतजार में
कितने हसीन पल बिताये
अकेलेपन में ,,,,
पहुच के महखाने
हर पल याद किया तुजे
तन्हाई में ,,,,
रोती रही आँखे ,,,,
बिलखता रहा मन
सेकड़ो बहाने ढूंढे
मेने ,,,,,
खुश रहने के लिए
पर
फिर भी
तुम ,,,,,,,,,
नहीं धुंध पी
वो एक पल
कि ,,,,,,,,
पीछे मुद
के
देख सको
मेरी इस तन्हाई को /////////
कितनी सर्द राते गुजारी
मेने। ……
तेरे इंतजार में
कितने हसीन पल बिताये
अकेलेपन में ,,,,
पहुच के महखाने
हर पल याद किया तुजे
तन्हाई में ,,,,
रोती रही आँखे ,,,,
बिलखता रहा मन
सेकड़ो बहाने ढूंढे
मेने ,,,,,
खुश रहने के लिए
पर
फिर भी
तुम ,,,,,,,,,
नहीं धुंध पी
वो एक पल
कि ,,,,,,,,
पीछे मुद
के
देख सको
मेरी इस तन्हाई को /////////