नमस्कार दोस्तों मैं आज आपके समक्ष एक ऐसी घटना को प्रस्तुत कर रहा हूं जिससे आप सभी भलीभांति वाकिफ हैं कुछ ही दिनों पहले हमारे प्रवासी भाइयों के साथ में एक घटना हुई ,हम मानते हैं प्रवासी भाई मारवाड़ से बाहर बैठा हर बिजनेसमैन हमारे मारवाड़ की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी हैं उनको सम्मान पूर्वक घर लाना ,उनको सम्मान पूर्वक वापस बिजनेस तक पहुंचाना यह सरकार, की प्रशासन की औऱ हम सब की एक सामूहिक जिम्मेदारी बनती है ।कुछ कारण रहे होंगे मारवाड़ी भाई वहां से निकले वहां से रवाना हुए कुछ मजबूरियां रही होगी उनकी भी कि जल्दी जल्दी घर पहुंच जाते हैं क्या पता कल को फिर क्या हो जाए और आदमी जब जल्दी बाजी में होता है जब परेशानी में होता है तो फिर वह अपने हिसाब से निर्णय भी लेता है और अपने हिसाब से वह काम भी करता है खैर इस घटना में सरकार को प्रशासन को घर वालों को दोस्तों को साथ वालों को प्रवासियों को खुद को किसी को भी दोष देना शायद उचित नहीं होगा । इस स्थिति में वह कहते हैं ना कि होनी क्या होनहार जब मां के पेट में बच्चा गर्भ धारण करता है उसी समय उसकी जीवन की सम्पूर्ण रचना विधाता द्वारा रच दी जाती है । मां विधाता को इतना ही पसंद था मैं बहुत दुखी हो गया जब इस घटना के बारे में सुना बेलगाम में भी काफी प्रवासी भाइयों से बात की । बंधुओं से बात हुई तो बोला कि हां घटना सच है फिर भी मुझे लगा कि भगवान राजेश्वर और ईश्वर की कृपा से सारे बंदे बस जाएंगे । लेकिन ईश्वर की माया तो वही जानता है हमारी कोई औकात तक नही की हम कुछ ईश्वर की माया का अंदाजा तक लगा सके। मित्र घटना ऐसी हुई कि एक लड़का भोलाराम चौधरी नाम का ईश्वर को प्यारा हो गया । कुछ वीडियो सामने आए वो उसने वीडियो कब बनाए हैं कब नहीं बनाये है । तथ्यात्मक ओर प्रमाणिक जानकारी तो मैं नहीं कह सकता लेकिन वह वीडियो जो सामने आ रहे हैं ऐसा कहा जा रहा है कि इस बच्चे ने बेंगलुरु से रवाना होने से पहले बना करके अपने अकाउंट पर डाले थे । जो वीडियो बनाये है वो साबित करते है कि उसकी आत्मा को सब कुछ पता चल गया था कि यहां से निकलने के बाद मेरे साथ क्या होने वाला है । मेने सब वीडियो सुने ,बेहद सन्देशपूर्ण , बेहद समझदारी ओर सूझबूझ भरे , संदेशवाहक वीडियो , सुनकर बहुत दुख हुआ ।मैं इस बच्चे को किसी एक्टर से कम नहीं मानता, मैं इस बच्चे को किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं मानता, कितना प्यारा कम उम्र का लड़का लड़का होगा । झकझोर दिया इस घटना ने परिवार पर जो बीती होगी उसका अंदाजा भी हमारे बस की बात नही सकते आज हिम्मत करके इनके बड़े भाई साब गणेशाराम जी से बात हुई । हिम्मत दी , समझाया, ईश्वर की अमाया है , होनी क्या होनहार , होनी थी हो गई कोई टाल नही पाया । उन्हें ढांढस बंधाया । बड़े भाई साहब से काफी लंबी बात करके समझाया मां-बाप को हिम्मत देने की बात कही उन्हें भी अच्छा लगा । उन्होंने बताया काफी उत्साही ओर हौसले वाला कही नही अटकने वाला भाई था मेरा , बहुत ही मार्मिक ओर गहरी बात सुनकर आंखों ने जवाब दे दिया । परिवार से बात करके मेरा भी कुछ दिल हल्का हुआ ।
मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती करना चाहता हूं एक कविता के माध्यम से आपको कुछ अनुभूतियां करवाना चाहता हूं कि जब इस दुनिया में परिवार का साथ देने वाला मेंबर हो या भाई हो या छोटा हो या बड़ा हुआ जब दुनिया से चला जाता है तब का साथ भाई को नहीं रहता तब क्या स्थितियां बनती है वह भाई किस तरीके से उनकी याद में तड़प तड़प कर रोता है
मेरे भाई साहब स्वर्गीय भभुतारामजी (2000) ओर भाई स्वर्गीय भोलाराम चौधरी को समर्पित ।
"" मेरा भाई ""
याद ने आज फिर सताया है
फिर वही किस्सा याद आया है
वही जगह ,वही पेड़ ,वही समय
सब तो आज वही हो आया है
बस आज भाई नहीं आया है
वही खेत, वही खलिहान
वहीं पेड़ की छाया है
वही खेत की फसलें हैं
बस कंधे पर भाई का हाथ नहीं
सब तो आज वही हो आया है ।
बस आज भाई नहीं आया है ।।
आज गांव की पाठशाला कक्ष गया
उसी पेड़ की छाया तले पहुंच गया
वही जगह, वही कोना, वही कक्ष
वही समय, वही घड़ी, वही माहौल
सब तो आज वही हो आया है ।
बस आज भाई नहीं आया है ।।
घर के आंगन में टूटी खटाई पर
दोनों एक साथ वही मस्ती
वही नोकझोंक ,वही लड़ाई
वही रूठना और वही मनाना
आज फिर से सब कुछ वही हो आया है ।
हमेशा की तरह मनाने वाला
बस आज भाई नहीं आया है ।।
वही घर ,वही आंगन वही ,परिवार
वही पारिवारिक नोकझोंक
वही बढ़ती जिम्मेदारियां
वही बिन बदलने वाला रवैया
सब कुछ तो आज वही हो आया है
बस जिम्मेदारीयां लेकर
मेरा हौसला बढ़ाने वाला
आज भाई नहीं आया है ।।
बिन रुके समय बीत गया
देखते-देखते परिवार बढ़ गया
सब कुछ भूल भुलाकर हसरतें जवान हो गई
दुख दर्द भुलाकर संताने नौजवान हो गई
सब भूल गए वह किस्से
जमाने के लिए मात्र कहानियां हो गई
आज भी याद नहीं जाती मुझसे
हर पल ,हर जगह ,हर साल
बस मुझ में आप ही आप हो
जीवन की नैया में सबकुछ हो आया
पर आज तक मेरा भाई
कभी सपने में भी नहीं आया है ।
सब कुछ तो वही होने आया है ।
बस आज फिर भाई नहीं आया है ।।
आपका अपना छोटा भाई
लेखक -- रमेश भाई आँजणा
मित्रो मैं आप सभी इस स्तिथि में हाथजोडकर विनती करना चाहता हु की जो होना है वो होगा ही होगा लेकिन आप सभी जहां हो वही रहो , शासन प्रशासन , सरकार , समाजसेवी सभी लोग अपनी पूरी कोशिश में है कि सबकी मदद की जाए । लेकिन अपना निर्णय अपने हाथ है ।
सुरक्षित रहे ।
वाहन सम्भलकर चलाये ।
अपना ओर परिवार का पूरा पूरा ख्याल रखे । जहां हो वही अपना घर है , सुरक्षित रहिए , बुरा समय आता जरूर है लेकिन आखिर कट ही जायेगा , धैर्य के साथ थोड़े दिन खुद की रक्षा करे ।
बस जीवन है तो सब पा लेंगे ।
स्वर्गीय भाई भोलाराम की आत्मा को ईश्वर शांति प्रदान करे और इस परिवार को यह सदमा सहन करने की शक्ति दे ।
आपका अपना
रमेश भाई आँजणा
9413885566