ये मत पूछ की ,,,खलाओ से ,,,,,
क्यों मेरी दोस्ती हे !
मेरी मंजिल तो वही हे
बाकि सब तो ,,,,,,बस ,,,,,,,
कागज की कस्ती हे !!
" आर . बी . आँजना"
क्यों मेरी दोस्ती हे !
मेरी मंजिल तो वही हे
बाकि सब तो ,,,,,,बस ,,,,,,,
कागज की कस्ती हे !!
" आर . बी . आँजना"