Saturday, February 15, 2014

संभालकर रखना आईने अपने
आईने टूट गए तो,,,
अंश बिखर जायेंगे
बखूबी निभाना अपने रिश्ते
अगर रिश्ते टूट गए तो
सारे वंश बिखर जायेंगे
"आर . बी . आंजना "

Thursday, February 13, 2014

हमने तो बताया नहीं कभी अपने फ़साने को .
             पर दुनिया को खबर लग जाती हे !
बुरी आदत कोई सिखाता नहीं किसी को
                    पता नहीं केसे लग जाती हे !
मेहनत एवं जूनून वाले पा लेते हे
एक झटके में ,,,,,,,,,,
              वरना सारी उम्र लग जाती हे !
                                रमेश भाई आंजना

Thursday, February 6, 2014

खाली रह जाती हे गरीब की झोली ,

कड़ी मेहनत के बाद भी !

आराम से भर जाते हे घर बेईमानो के ,

बस एक घोटाले के साथ ही !

            आर . बी . आंजना 
"होके  खफा अब हयात से ,,,
 जाओगे आखीर कहा  ,
हर मोड़ पर तैयार बेठे हे जख्मी
वह भी ख्वाइश ना रखना एहतराम की
खफा जो आखीर हमसे हुए हो "
                      आर . बी . आँजना 
झुकाने लगे अब तो हम सर अपना ,,, मारे शर्म के,,,
देख के नाकामी नेताओ की एवं बिगड़ा स्वरुप ,देश की सियासत का ..!
अगर कोई सितम ना करे बेवजह हमपे ,,,,
जख्म तो हमारे युही भर जायेंगे ....!
                      रमेश भाई आंजना

इंसान दुनिया से जीत जाता हे ......





मगर ,,,,,




मगर ,,,,,,




मगर क्या....


मगर अपनों से हार जाता हे ,,!

                    रमेश भाई आँजना

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का सटीक रामबाण

  जो सोचा नही था , वो समय आज गया । ऐसा समय आया कि लोगो को सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि उस समय क्या किया जाए । आज की लोगो की जीवनशैली की वजह से...