जिन दुखो को छुपाने की कोशीस हम करते हे !
बन हंसी वही हमारे होंठो पर आ जाते हे !
वो हंसी ,,,,,ख़ुशी नहीं होती ,,,,,,,,,
लकीर एक बेपनाह दर्द की होती हे ……!!
मगर,,,,,,,,,,,,,,,,
नहीं समझ पाती ये कायनात ,,,,,,,,,,,
बस दुनीया यही समझ लेती हे
की ,,,,हम तो सदा मुस्कराते हे ,,,
ना जाने कीतने गम ,,, दिल से दूर हो गए …
मगर ,,,,,,,,,,,
ये दर्द दिल से जुदा नहीं हो पाया
फिर भी,,,,,,,,,,,,,,,,
ये कर्ज दिल से अदा नहीं हो पाया …।
ये कर्ज दिल से अदा नहीं हो पाया …।
आर . बी . आंजना
09413885566
बन हंसी वही हमारे होंठो पर आ जाते हे !
वो हंसी ,,,,,ख़ुशी नहीं होती ,,,,,,,,,
लकीर एक बेपनाह दर्द की होती हे ……!!
मगर,,,,,,,,,,,,,,,,
नहीं समझ पाती ये कायनात ,,,,,,,,,,,
बस दुनीया यही समझ लेती हे
की ,,,,हम तो सदा मुस्कराते हे ,,,
ना जाने कीतने गम ,,, दिल से दूर हो गए …
मगर ,,,,,,,,,,,
ये दर्द दिल से जुदा नहीं हो पाया
फिर भी,,,,,,,,,,,,,,,,
ये कर्ज दिल से अदा नहीं हो पाया …।
ये कर्ज दिल से अदा नहीं हो पाया …।
आर . बी . आंजना
09413885566