Friday, December 16, 2011

"क्या लिखू इनके बारे में"

क्या लिखू इनके बारे में,,
सारे शब्द अधूरे लगते हे ,,,,
सोनियाजी इन्हें स्वदेशी ...
मगर बाबा रामदेव इन्हें विदेशी लगते हे..
एम् एन एस इन्हें स्वदेश प्रेमी,,,
मगर...
आर एस एस वाले इन्हें आतंकवादी लगते हे,,,,
राहुलजी कहते हे,,,
हिन्दुस्तान को हिन्दुओ से खतरा हे,,,,,
और ...
हिन्दुस्तान को उत्तर एवं दक्षिण भारत में 
बाँटने वाले राज ठाकरे इन्हें अपने लगते हे....
क्या लिखू इनके बारे में,,
सारे शब्द अधूरे लगते हे ,,,,
भारत के आदर्श मोदीजी एवं नीतीशजी जेसे चेहरे..
इन्हें भ्रस्टाचारी लगते हे...
मगर....
राजा,कनिमोड़ी एवं कलमाड़ी ...
इन्हें सफ़ेद चेहरे लगते हे..
सोनिया जी की सर्जरी एवं...
इटली दोरो पर खर्च हुआ सरकारी पैसा इन्हें जायज लगता हे....
मगर....
भ्रस्टाचार में लिप्त इन सफ़ेद साधुओ को...
भारत में भ्रस्टाचार के विरुद्ध खर्च हुआ पैसा ...
नाजायज लगता हे....
अटलजी ,भागवतजी,एवं अन्नाजी ,,,,,
जेसे आदर्शो का बोलना ...
इन्हें ड्रामा लगता हे,,,,
मगर....
श्रीमान ........
दिग्विजय,कपिल,एवं तिवारी...जेसे
बडबोले इन्हें प्रवक्ता लगते हे....
कुछ राज्यों में हुए विकाश इन्हें खटकते हे...
वहा इन्हें घोटाले नज़र आते हे....
मगर........
बोफोर्स ,चारा घोटाला ,एवं २ जी स्पेक्ट्रम ,,
इन्हें जायज लगते हे.....
क्या लिखू इनके बारे में,,
सारे शब्द अधूरे लगते हे ,,,,
देश भक्तो एवं शहीदों की मुर्तिया ..
लगवाने की बात हो ....
तब पैसा ,जगह,एवं इनकी याद दास्त कमजोर  हो जाती हे,,,,
मगर.....
गरीबो का पैसा छिनकर ....
जीते जी अपनी मुर्तिया लगवाना ...
इन्हें जायज लगता हे.....
देशको पीछे धकलने  वाली ये सरकार ....
 इन्हें  कामयाब लगती हे,......
मगर....
हिंदुस्तान की तस्वीर बदलने वाले ,....
अटलजी जेसे आदर्श ...
आज भी इन्हें नाकामयाब लगते हे.....
मित्रो.....
किसी का पेट ना भरे ,,,या कोई भूख से मरे....
किसी का इलाज ना हो ,,,
या किसी के तन पे कपडा ना हो ...
इन्हें क्या मतलब.....
बस .....
इन्हें तो अपना उल्लू सीधा  करना ही जायज लगता हे,,,,,
ये हकीकत हे...
खुद का स्वार्थ छोड़कर ....
सबकुछ इन्हें नाजायज लगता हे......
और ....
अब तो  इन्हें ....
जनलोकपाल  भी नाजायज लगता हे......
फिर हम भी भला क्या करे......
पंवार  साहब.....
मजबूरन ....
ठोकपाल हमें भी जायज लगता हे ....
ठोकपाल हमें भी जायज लगता हे ....
माफ़ करो .......
क्या लिखू इनके बारे में.....
सारे शब्द अधूरे लगते हे....
सारे शब्द अधूरे लगते हे....
                 ::रमेश भाई आंजना ::

Wednesday, December 14, 2011

HOW TO PREPARE FOR EXAMS....


hello,,,,,,,
students.............GOD BLESS YOU......WISH YOU A VERY -VERY BRIGHT FUTURE .....
be ready...its time to show your caliber ,exams are ahead of you ,,,its half yearlyyyyyy....
are you ready?  Exams are coming soon,, they will be bringing  frustration, stress, and a more than satisfying fill of studying. The best way to fight back against the panic and pressures from exams is to start preparing early.if you could not do it early ,,need not to be panic,, Here is a growing list of  tips to get your mind and body ready for your coming exams.
  1. Join or form a study group among riends...
  2. Eat well as capacity allow...
  3. Eat foods that boost brain power like: dark chocolate & berries.
  4. Get plenty of sleep..relaxe of mind
  5. Exercise regularly....be fit.....and be healthy
  6. Gather old notes....to refresh your memory
  7. Reread textbook chapters.
  8. Set a study time....and strictly follow it...
  9. Stick to a study time....very much required
  10. Remember to take breaks...frequently ..take water in break
  11. Study some every day....regularly
  12. Keep a clear desk/workspace.....no any wall photo..drawing...etc
  13. Find a positive work environment....
  14. Use the Library....for good reference
  15. Use social media to study.
  16. Cut out TV & Video games.
  17. Set goals. (For example, how much studying you aim to accomplish each day).
  18. Focus on your most important exams first.
  19. Answer all study guide questions.
  20. Revisit old tests/quizzes.
  21. Don’t stress too much.
  22. Avoid hour-long cram sessions.
  23. Study with a classmate or two.
  24. Stay focused.
  25. Study early in the day....early sleep...early get up/////
  26. Manage your time wisely....be punctual
  27. Give your brain some rest....early morning walking....adequate sleep
  28. Get plenty of fresh air....morning walk...///
  29. Don’t overdue the studying.
  30. Swap notes with classmates.
  31. Above all, Stop Procrastinating.
  32. dont be hasitate,,,,take it easy,,,,
  33. take it easu,,,buy prepare well....
  34. attend all the questions....
  35. be cool in exam...
  36. be  confident....dont be over confident....
  37. before going to exam ...pray to GOD...be free and let you enter to your exam hall...

जिम्मेदार ,,,कर्णधार

अब तो सोच लो पहरेदारो,जागो,,जागो,,,मेरे हिन्दुस्तानी भाइयो!इज्जत के साथ अपने सर पर मुकुट रखे  खड़ा यह मुल्क क्यों शर्मिंदगी महसूस कर रहा हे,,कोन हे जिम्मेदार,,कोन इसे मजबूर कर रहा हे,,!अब आगे का पड़ाव क्या होगा ,क्या हो सकता हे ,यह सोच कर दिल किलकारिय मार   रहा हे!दिल रो रहा हे डर के मरे की कुछ भी हो सकता हे!बीते समय को हम भूतकाल कहते हे,चल रहे समय को वर्तमान कल एवं आने आले को भाविस्यत्काल !भुतकाल से तो हम सब वाकिफ हे ,चल रहा समय तो देख कर हमारी आंखे भी शर्मिन्दा हे,पर आने वाले समय की सोचकर और ज्यादा दर लग रहा हे!विदेशियों की लुट खसोट के बाद  अपना जमीर कायम रखे देश आज़ाद हुआ ही  था ,कि दोनों तरफ से दुश्मनी परवर्ती वाले देशो से घिरा यह देश सुरक्षा के कुछ इंतजाम कि सोचने लगा ,,सुरक्षा सोदे  हुए बोफ़ोर्स के लिए!उसे भी इस गाँधी परिवार ने नहीं बक्शा और देश  के बड़े घोटाले के साथ ,,,घोटालो का सुभ मुहूर्त किया!घोटालो कि चलती रह का दामन  थामा,और दिग्गज उन गूंगे पशुओ का चारा गटक गए!उनका हक़ जो बेचारे बोल तक नहीं सकते कि उन्हें भूख या प्यास लगी हे!उन्हें भी नहीं बक्शा!मगर वक्त  के पल नहीं रुकते,,भगवन सभी खातो कि खतोनी कर रहा हे,,,,वो कभी नहीं भूलता ,उसे सब याद हे! वो सबका लोकायुक्त हे!भाइयो इस लंका में सब ५२ गज के हे,,कोई किसी से कम नहीं !पीछे वही रहा  एवं इमानदार वही हे ,,जिसे मोका ना मिला हो !देश की सुरक्षा सेवाओं   से जुड़े कई दिग्गजों  ने अपना लक्ष्य भूल कर जमींने बेच डाली!देश में गरीबी ,भ्रस्टाचार,गिरती विकाश की दर,किसी बात का ध्यान न रखते हुए इन बेशर्मो ने तो रस्त्रमंडल खेलो में एवं २ जी स्पेक्ट्रुम में तो इन्होने हद ही कर दी!इन कर्णधारो ने देश को लुट-लुट कर सारा पैसा विदेशियों के पास जमा करा दिया ,,अब हम सोच सकते हे की इन पर कितनी बड़ी जिम्मेदारी हे और ,,ये कितने गेर  जिम्मेदार  हे!इनके कंधो पर देश की जिम्मेदारी को ये किस तरह निभा रहे हे!
पर दुःख की बात तो ये सोचकर उठती हे की फिर भी हम इन्हें बार -बार मोका दे रहे हे !और ये बाज  आ नहीं सकते !दोस्तों इन सब कारणों के चलते अब  रूपये का मूल्य गिर गया!डॉलर की कीमत ५३ रूपये को पार  कर गई और यह बहुत दुःख की बात हे !क्योकि यह ओद्योगीक  उत्पादन में एवं आर्थिक गति को और कमजोर कर सकता हे !यदि ये गिरावट ज्यादा समय तक रहती हे तो भयानक प्रभाव छोड़ सकती हे!समय रहते सही कदम उठाने जरुरी हे!विदेशी यह से खूब आयत कर रहे हे! पर भारतीयों को सोचना पड रहा हे की वो किस तरह आयात -निर्यात करे,!विदेशो से कहह माल  खरीदते  समय सोचना पद रहा हे,,जबकि वो लोग आराम से खूब आयात  कर रहे हे भारत से! उद्योग जगत से जुड़े व्यापारियों के लिए बहुत सोच की घडी हे!भगवन करे ये स्थति जल्दी उबार जाये !
पर यह कड़वा सच हे भाइयो की स्वार्थी बाज आने वाले नहीं हे,,इनकी कानो पर जू नहीं रेंगने वाली हे!इन्हें किसी की परवाह नहीं हे,,इन्हें तो सिर्फ अपना उल्लू सीधा करना हे,,स्विस बैंक के खाते भरने हे,,विदेशो में कंपनी लगानी हे,,,!और अब तो आगामी चुनावों के बिगुल सुनाई देने लगे हे , सेमी  फ़ाइनल  की तैयारिया सुरु हो गई हे!पेसो का बहना तेज गति पर हे!आप सब वाकिफ हे!
आब में आप सभी हिन्दुस्तानी भाइयो से सिर्फ इबादत ही कर सकता हु ,,कि आखिर  हम हिन्दुसतनी हे ,,यह मुल्क हमारा हे संभलकर इसे बचाते हुए चले ,फुक फुक कर कदम रखे ,सभी को समझकर ,उनकी करतूते यद् रख के अपने मताधिकारो  का प्रयोग करे और अच्छे  देश भक्त लोगो  को मोका दे ..जिससे ये देश बच जाये!
जय हिंद,,,,,,,, जय भारत,,,,,,,,,
मै ,मेरी ज़िन्दगी और मेरा देश ......
                                                                 रमेश भाई आंजना

Monday, December 12, 2011

इंतज़ार -ए-प्यार

रो रो कर जीना,,
जब आदत बन जाती हे,,
ख्वाबो की दुनिया ,,,,
बेरंग नज़र आती हे ,,,,
झरने शोर मचाते हे ,,,
मगर,,,
नदिया शांत बहती हे,,,,
सुनो तुम,,,,
प्यार में खुद को महफूज मानना ,,,,
इसे ,,,
खुदा का दिया एक ताबीज मानना ,,,,,
ए-बेवफा -सनम ,,,
उसूल -ए - से खफा मत होना,,,
क्योकि,,,,,
कोई इंतज़ार करता हे,,,,
किसी का जिंदगी भर ,,,
तो ,,,
किसी की जिंदगी ,,,
सिर्फ,,,,,
इंतज़ार में गुजर जाती हे,,,,
किसी की जिंदगी ,,,,
सिर्फ ,,,,
इंतज़ार में गुजर जाती हे,,,,,,,
                              ...रमेश भाई आंजना ...

Friday, December 9, 2011

"वो पुराने ख़त"

जब तुम नहीं थी,,
मेरी जिंदगी में
किसी हमसफ़र की तलाश में था
जो मिली ,,,तुम,,,
तो यु लगा कि....
जेसे सारी कायनात बरसी हो मुज पर...
जब मिले हम ,,,,
तो कुछ भी बाकि ना रहा पाने को ,,,,
इस जिंदगी से,,,,
मगर ......
अफ़सोस .....
कि वो तेरा मुजसे टूटकर जाना,,,,,,
इस गुजरे वक्त के बाद भी ..
जब कभी तनहा होता हु...
अपनी खुशबु में तुझे  तलाशा करता हु.....
कभी-कभी....
हुलस उठाता हे जो दिल मेरा ....
तो ,,,पिछले कमरे में रखे ...
वो पुराने ख़त तलाशता हु.....
अचानक ही कुछ सूखे फुल,,,
गिर उठाते हे ,
पुराने कागजो में से,,,,
तेरे ख्यालो को दोहराते हुए,,,
फिर से,,,
तेरी यादो में,,,,
मेरी तन्हाई को,,,,,,
कुछ और तनहा से कर जाते हे,,,,,,,,,,,,
                         रमेश भाई आंजना                   

Thursday, December 8, 2011

Good Leadership


The characteristics of a leader come through in our day to day interactions with those around us. Leaders come in all shapes, styles, and forms.  If you stop to think about some of the leaders that have inspired you or even some that have infuriated you, the qualities of good leadership skills will become apparent.
When we think about the characteristics of a leader, we often think of leaders that are dynamic, which calls each of us to act or to follow.  We could take an example, such as Hitler.  He did not have the values that we should follow, but had that inspiration that could ignite a country.  If we also stop to think about the leaders today in the US, we do not get the same vision of a leader that has a dynamism that is hard to resist, but rather a leader that has that ‘good to great’ quality.  Often times these leaders are more quiet and reserved, embodying the vision of good leadership skills and calling each of us to action in a subtle way that can often times leave us asking why we’re buying what they’re selling.
The answer is a simple.  The characteristics of a leader are not skills or behaviors that will be new to those that strive to master them, but will often times be the actions we all know we should be focused on, if we only had the time.  Yes, developing good leadership skills take time, just like perfecting an idea or delivering on a project.  Without an investment of time, very few people will have the skills to become the great leaders they envision.
Let’s examine some if these traits in more depth.  The Santa Clara University and the Tom Peters Group recently noted the following characteristics as key characteristics of a leader.  Don’t be surprised if you don’t find the complexity you were expecting as leadership is often promoted as that advanced skill few can attain.

Key Characteristics of a Leader:

  • Honesty - Display sincerity, integrity, and candor in all your actions. Deceptive behavior will not inspire trust.
  • Competent - Your actions should be based on reason and moral principles. Do not make decisions based on childlike emotional desires or feelings.
  • Forward-looking Set goals and have a vision of the future. The vision must be owned throughout the organization. Effective leaders envision what they want and how to get it. They habitually pick priorities stemming from their basic values.
  • Inspiring - Display confidence in all that you do. By showing endurance in mental, physical, and spiritual stamina, you will inspire others to reach for new heights. Take charge when necessary.
  • Intelligent - Read, study, and seek challenging assignments.
  • Fair-minded - Show fair treatment to all people. Prejudice is the enemy of justice. Display empathy by being sensitive to the feelings, values, interests, and well-being of others.
  • Broad-minded - Seek out diversity.
  • Courageous - Have the perseverance to accomplish a goal, regardless of the seemingly insurmountable obstacles. Display a confident calmness when under stress.
  • Straightforward - Use sound judgment to make good decisions at the right time.
  • Imaginative - Make timely and appropriate changes in your thinking, plans, and methods. Show creativity by thinking of new and better goals, ideas, and solutions to problems. Be innovative!
As you can see nothing revealed here is shocking, but skills we are all aware of, yet we take little time to practice.  Again, developing good leadership skills does take practice and a great deal of time.  If it were easy there would be far more leaders and far less managers.  
A number of the characteristics of a leader fall into a greater category that many of the leading executives of today refer to as Emotional Intelligence.  Achieving this level of leadership will inspire those around you and lead your teams to great heights.
So what do you do with this ‘new’ information?  It’s time to refocus on your core as a leader and to spend your time wisely on what you value and the values of your organization.  It is easy to get caught up in the daily fires that pop up but this can be the downfall of aspiring leaders.  To achieve a true leadership style you must be able to maintain these traits through good times and bad and to continually focus on the behaviors regardless of the situation.
 (thanks to writer)

कुछ लाशो को कफ़न नसीब नहीं होता ,,,,



कही जमीं पर भी पेड़ नहीं उगते ,,,,,
तो,,,,,,
कही पथ्थरो पर भी फुल खिल जाते हे.....
दोस्तों ,,,,
कुछ अपने भी पराये बन जाते हे ,,,,,
पर ,,,
कुछ पराये,,,,
और ,,
अनजाने भी अपने बन जाते हे .....
देखो इन्सान-इन्सान में फर्क.,,,,,
कुछ लोग पेट की भूख शांत नहीं कर पाते ,,,,
तो,,,,,
कुछ लोग मरते भी सोने में लिपटकर हे,,,,,,
दोस्तों,,,,,
यही उसूल बन गया हे इस दुनिया का,,,,,,
कि,,,,,
कुछ  लाशो को कफ़न नसीब नहीं होता ,,,,
तो,,,,,
कुछ लाशो पर ताज महल बन जाते हे,,,,,,,,
                    .... रमेश भाई आंजना .......

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का सटीक रामबाण

  जो सोचा नही था , वो समय आज गया । ऐसा समय आया कि लोगो को सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि उस समय क्या किया जाए । आज की लोगो की जीवनशैली की वजह से...