Sunday, August 7, 2016

दो अक्षरो को मिलता हु तो शब्द बन जाते हे 
दो शब्दो को मिलाता हु तो कविता बना जाती हे 
क्या अजब मिटटी हे इस वतन की 
दो कण मिल जाते हे तो पथ्थर बन जाता हे 
दो पथ्थर मिल जाते हे तो घर बन जाता हे 
                                    " आर बी आँजणा "

Tuesday, August 2, 2016

इस देश का दुर्भाग्य तो देखो 
चपरासी बनना हे स्नातक होना जरुरी हे 
नेता बनाना हे 
अनपढ़ 
चोर लुटेरा 
माफिया 
गुंडा 
आजाओ सीधा नेता बना ज
ये संविधान रो रहा हे 
दम घुट रहा हे 

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का सटीक रामबाण

  जो सोचा नही था , वो समय आज गया । ऐसा समय आया कि लोगो को सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि उस समय क्या किया जाए । आज की लोगो की जीवनशैली की वजह से...