Saturday, December 17, 2016

वक्त के आने पर हर कोई   झुक जाता हे 
किनारे पर आकर भी तैराक डूब  जाता हे 
हर किसी को दुनिया का प्यार नसीब नही होता 
लाखो की भीड़ में भी इंसान अकेला खो जाता हे 
कल भी अकेला था आज भी अकेला हु 
घर के आँगन में 
हजारो आते हे,फिर हर इन्सां  बेजुबां 

चला जाता हे   
आर. बी. आँजणा 




आपका आज किया हुआ प्रयास  ही आपके आने वाले कल को सुधार सकता हे 
सफलता का सबसे बड़ा रहस्य हे 
एक शुरुआत 

Friday, December 16, 2016

Life is 10% what happens to you and 90% how you react to it. Charles 
R. Swindoll

Friday, September 9, 2016

आया हु बन के इंसान
कुछ अच्छा जरूर कर जाऊंगा
इस दरवाजे से नही घुस पाया
तो एक नया दरवाजा बना जाऊंगा
                   आर बी आँजणा
जब जब में खामोश रहता हु
दुनिया कोई फ़साना ढूँढ   लेती हे
बड़ी शातिर हे दुनिया
मुझे दुखी करने का कोई ना कोई
बहाना धुंध लेती हे
                आर बी आँजणा

Sunday, August 7, 2016

दो अक्षरो को मिलता हु तो शब्द बन जाते हे 
दो शब्दो को मिलाता हु तो कविता बना जाती हे 
क्या अजब मिटटी हे इस वतन की 
दो कण मिल जाते हे तो पथ्थर बन जाता हे 
दो पथ्थर मिल जाते हे तो घर बन जाता हे 
                                    " आर बी आँजणा "

Tuesday, August 2, 2016

इस देश का दुर्भाग्य तो देखो 
चपरासी बनना हे स्नातक होना जरुरी हे 
नेता बनाना हे 
अनपढ़ 
चोर लुटेरा 
माफिया 
गुंडा 
आजाओ सीधा नेता बना ज
ये संविधान रो रहा हे 
दम घुट रहा हे 

Sunday, July 24, 2016

कबुल  किया हे  इस चुनोती    को जिंदगी के नाम पर 
हल कर दूंगा सारी  मुश्किलें ,जिंदगी जीने के नाम पर 
                                                         आर बी आँजणा  
                                                         09413885566 
हवाओ में उड़ने वाले खयाली और इंसानी खगो को मेरी नसीहत हे की अपना जमीर और जमीं मत छोड़ना 
आसमान में आसियाने नही बने हे आखिर पैर धरती पर ही टिकेंगे ,,,,अपनी औकात का पल्लू मत छोड़ना 

वक्त के आने पर हर कोई   झुक जाता हे 
किनारे पर आकर भी तैराक डूब  जाता हे 
हर किसी को दुनिया का प्यार नसीब नही होता 
लाखो की भीड़ में भी इंसान अकेला खो जाता हे 
कल भी अकेला था आज भी अकेला हु 
घर के आँगन में 
हजारो आते हे,फिर हर इन्सां  बेजुबां 
चला जाता हे   

आर. बी. आँजणा 


कुछ इंसान कलंक हे समाज के नाम पर 
बड़ी बाते करते  हे बड़ा होने के नाम पर 
ड्रामेबाजी चलती हे उनकी 
पहचान के नाम पर 
जो कलंक हे बेटा- बेटी परिवार के लिए 
सिक्का चलाते हे वो समाज में 
इंसानियत के नाम पर 
वो भी खोटे  , सिक्का भी खोटा 
घूम कर वही आता  हे , उन्ही के पास 
खोटा  होने  के  नाम  पर      

                  आर. बी. आँजणा 



Tuesday, March 22, 2016

वो दिल में दबे ख्वाब
फिर से जागने लगे हे
ये जख्मी परिंदे
 फिर से उड़ने लगे हे
पनपती हुई वो नफरते
जलकर रख होने लगी हे
बदले में मुहब्बत के खजाने
मिलने लगे हे
बेसुरे आज महफ़िल में
फिर से गाने लगे हे
वो हसकर चुटकी बजाने वाले
महफ़िल में ताली बजाने लगे हे
जाबाज वतन के सैनिक
कातिल दुश्मन पर विजय पाने वाले हे
कायर वो दुश्मन
इनके हौसले से डरने लगे हे
देश का माहोल कुछ
प्यार मुहब्बत के परवान
चढ़ने लगा हे
लोग वतन के प्यार से
अब सहिष्णु होने लगे हे
जय हिन्द जय भारत
    लेखक :- आर बी आँजणा
                    09413885566 

Friday, March 18, 2016

आज वो मेरे सामने से चली गई 
पता नही क्यों बिना देखे ही चली गई 
में तो उसे देख कर ही सोचता रहा 
मगर वो बिना सोचे ही चली गई 
                            आ बी आँजणा 

Thursday, March 17, 2016

लाखो के बैनरो तले
 कोई कफ़न को तरसता हे
खुले रेगिस्तान में
कोई दफ़न को तरसता हे
क्या सुनाऊ हाल ऐ दुनिया का
  कोई खाकर तरसता हे
तो  कोई खाने को तरसता हे
                  आर बी आंजना 
जो पहाड़ देखने के लिए दूरबीन का प्रयोग करे
वो गहराई क्या समझे कवियों के शब्दों की
जो जानते नही ,, कर्म में मशगूल इस शक्श को
वो गहराई क्या समझे ,,,रमेश तेरे  सपनो  की
                                               आर बी आंजना
                                                 09413885566

Saturday, March 12, 2016

जय गुरुदेव
श्री श्री बाल संत अभय दस जी महाराज
सतगुरु कबीर आश्रम तखतगढ़
और
श्री जगतगुरु केवलरामाचार्यजी

श्री कुपाजी महाराज द्वारा झितडा
रोहट पाली
घर पधारे
श्री उज्जैन क्षिप्रा तटे महाकुम्भ मेला 2016 
आमंत्रण पत्रिका देने  पुणे घर  पधारे
जय गुरुदेव

ए  मेरे मसरूफ खुदा 
जो बनाया उसे फुर्सत से देख ज़रा 
क्या बनाया था और 
क्या बन चला ये 
कुछ बदलने की कोशिस कर ज़रा 
                                 "आर बी आँजणा "

Wednesday, January 27, 2016

केजरी बाबू के कई अहम फैसले और नीतिया हुकूमतों के लिए सबक बन रहे हे
odd  even  vehicles , RTI online documentation system
मानता हु की वो ड्रामेबाज हे पर
कभी कभी ड्रामेबाज की ड्रामेबाजी कोई ऐसा ड्रामा कर जाती हे की वो सबके लिए सबक बन जाती हे
जय हो
जय हिन्द केजरी बाबू

किसी को गिराने का हुनर हम नहीं जानते
पर ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हमारे रास्ते मत रोकना ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
वरना फिर ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
ये शिकायत मत करना ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
कि ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हमारे रास्ते रोकने वालो को हम ,,,,,,,,,,,,,,,
 बक्शते नहीं,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
                                   आर बी आंजणा
                                    09413885566 

Sunday, January 24, 2016

सफर शुरू किया हे
मंजिल पाने के लिए
रास्तो के नुकीले पथ्थर
खुद ब खुद ठीक हो जायेंगे
मेरे पेरो से घिस घिस कर 
बेशक में नहीं रुकने वाला
उनसे  दर   कर
आर बी आँजणा

Saturday, January 23, 2016

७० सालो तक दबाये रखे नेताजी के मोत के रहष्यो को मोदीजी ने उजागर करने की पहल कर दी हे 
आगे आगे देखते जाइये इतिहास के कई पन्ने बदले जायेंगे  

Wednesday, January 20, 2016

मोहब्बत  के   दियो  के    जलने  का  कोई  वक्त   नहीं  होता 
जो बढ़ना चाहते हे आगे उनके लिए कुछ मुस्किल नहीं होता 
                                                              "आर बी आँजणा "

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का सटीक रामबाण

  जो सोचा नही था , वो समय आज गया । ऐसा समय आया कि लोगो को सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि उस समय क्या किया जाए । आज की लोगो की जीवनशैली की वजह से...